मेहेर सोई जो बातूनी, जो मेहेर बाहेर और माहें । आखिर लग तरफ धनी की, कमी कछुए आवत नाहें ।। सागर १५/७
List of Shri Bitak Sahib Tika, Shri kuljam SawroopSahib Ji...