सोई कूकां करे पेहेले की,सो क्यों न समझो बात।
न तो दिन उजाले खरे दो पोहोरे,अब हो जासी रात ।।
सुन्दरसाथ जी इस चौपाई में किस सुख के बार...
Question: सुन्दरसाथ जी इस चौपाई में किस सुख के बारे में कहा गया है जो रूहों के साथ अक्षर भी पाएगा
Answer: आठ बहिश्तों के सुखों के बारे में