*आइयां कांतन वालिया*
सुनो सैयां कहे इंद्रावती, तुम आईयां उमेद कर ।
अब समझो क्यों न पुकारते, क्यों रहियां नींद पकर ।।
हम सब कभी पन्ना जी तो गए ही होंगे तो चलि...
Question: हम सब कभी पन्ना जी तो गए ही होंगे तो चलिए वहाँ की चितवन लगा कर बताईए कि श्री गुम्मट जी के सिहांसन में कितने थंभ सुशोभित हैं
Answer: बारह थंभ चार आगे चार पीछे आजू बाजू बीच में दो दो