*आइयां कांतन वालिया*
सुनो सैयां कहे इंद्रावती, तुम आईयां उमेद कर ।
अब समझो क्यों न पुकारते, क्यों रहियां नींद पकर ।।
श्री बीतक साहिब में श्री जी को तामस का व...
Question: श्री बीतक साहिब में श्री जी को तामस का विरह कब आया था
Answer: लालदास जी और गोवर्धन जी की बात के बाद दिल्ली से अनूप शहर जाते हुए