*आइयां कांतन वालिया*
सुनो सैयां कहे इंद्रावती, तुम आईयां उमेद कर ।
अब समझो क्यों न पुकारते, क्यों रहियां नींद पकर ।।
चिन्तामणि जो कबीर पंथ के आचार्य थे जिनको...
Question: चिन्तामणि जो कबीर पंथ के आचार्य थे जिनको श्री जी ने श्यामल दास नाम भी दिया था वोह श्री जी के संग कहाँ तक चले बताईए सुन्दरसाथ जी
Answer: रामनगर तक मिरगी की बीमारी से तन छोड दिया यहाँ तक वोह श्री जी की सेवा में रहे