*आइयां कांतन वालिया*
सुनो सैयां कहे इंद्रावती, तुम आईयां उमेद कर ।
अब समझो क्यों न पुकारते, क्यों रहियां नींद पकर ।।
रंगमहल की रौंस के साथ लगती मंदिरों की हा...
Question: रंगमहल की रौंस के साथ लगती मंदिरों की हार में से एक मंदिर की बाहरी दीवाल में कितनी मेंहराबें कितने द्वार कितने झरोखे शोभा ले रहें हैं बताईए सुन्दरसाथ जी
Answer: हर एक मंदिर की बाहरी दिवाल में रंगमहोल की रौंस को लगते एक बडी़ मेहेराब के नीचे तीन मेहेराबें और तीन मेहराबों के नीचे नौ छोटी मेहेराब आई है और उनमें दो दरवाजों के बीच एक झरोखा आया है दो दरवाजों के और झरोखे के दायें बायें जालीद्वार सुशोभित हैं