बीड़ी सोभित मुख में, मोरत लाल तंबोल ।
सोभा इन सूरत की, नहीं पटंतर तौल ।।
ए जो मोमिन अक्स कहे,जानों आए दुनियां माह...
Question: ए जो मोमिन अक्स कहे,जानों आए दुनियां माहें। हक अर्स कर बैठे दिल को, जुदे इत भी छोड़े नाहें।। सिंन . प्र. 21/82 अर्थ बताईए साथ जी
Answer: प्रणाम सुंदरसाथ जी अर्थ श्री महामति जी मोमीनों को बता रहे हैं यह जो मोमिन प्रतिबिंब संसार में कहे गए हैं, इससे लगता है कि मोमिन दुनियां में आए हैं और इनके दिलों में श्री राजजी महाराज अर्श करके बैठे हैं और यहां भी उनका साथ नहीं छोड़ रहे हैं।इनकी प्रतिबिंब की जो परआतम है उसको श्री राजजी महाराज का स्वरूप आनंदित करता है, इसलिए जिनमें परमधाम की शक्ति है वह संसार में कैसे हिम्मत छोड़े? दुनिया तो पारब्रह्म के अलौकिक नाम श्री कृष्ण अनादी अक्षरातीत सुनने से आवागमन के चक्कर से छुटकर अखंड हो जाएगी,पर रूहों के पास परमधाम में जो असल नाम "श्यामा श्याम" है, वह है। इन्हीं मोमिनो के दिल को श्री राजजी का अर्श कहा है जिसकी गवाही कुरान देता है।मोमिनो के प्रतिबिंम्बों में जो असल तन परमधाम में है, उन्हें श्री राजजी महाराज अपने पास बिठाकर खेल दिखा रहे हैं।