ऐ प्रकास जो पिउ का, टाले अंदर का फेर। याही सब्द के सोर से, उड़ जासी सब अंधेर।।२१।।
भई नई रे नवखंडो आरती कहाँ पर उतरी बताइए...
Question: भई नई रे नवखंडो आरती कहाँ पर उतरी बताइए सुन्दरसाथ जी
Answer: हरिद्वार में सम्वत्1735 में