आज की चौपाई

*आइयां कांतन वालिया*

सुनो सैयां कहे इंद्रावती, तुम आईयां उमेद कर ।
अब समझो क्यों न पुकारते, क्यों रहियां नींद पकर ।।

Quiz

अब देखसी सब नजरों, दोऊ झण्डों करी पुकार।...

Shri Nijanand Samparday
Question: अब देखसी सब नजरों, दोऊ झण्डों करी पुकार। बातून झण्डा नूर का, पोहोंच्या बिलंद नूर पार।। मा सा.12/95 इसमें दो झण्डों का क्या भाव है बताईए सुन्दर साथ जी

Answer: अब सारी दुनियां के लोग इस बात को समझेंगे, क्योंकि शरीयत का झण्डा रसूल साहब की कुरान, मारफत का झण्डा श्री कुलजम सरूप साहब की वाणी पुकार कर रही है। यही बातूनी ज्ञान का झण्डा यह वाणी ही है जो अक्षर के पार परमधाम तक पहुंचाती है।