ऐ प्रकास जो पिउ का, टाले अंदर का फेर।
याही सब्द के सोर से, उड़ जासी सब अंधेर।।२१।।
सोए सोए हिण्डोले झूलहीं, कोई बैठे झूलत ।...

Question: सोए सोए हिण्डोले झूलहीं, कोई बैठे झूलत । कोई खड़ी झूलत, यूं सुख पावे इत दरखत ॥ बड़ी वृत 44/14 परमधाम में यह कहाँ का वर्णन वृत में किया है बताईए सुन्दरसाथ जी
Answer: ताड़वन के हिण्डोलों का