बीड़ी सोभित मुख में, मोरत लाल तंबोल ।
सोभा इन सूरत की, नहीं पटंतर तौल ।।
सोए सोए हिण्डोले झूलहीं, कोई बैठे झूलत ।...
Question: सोए सोए हिण्डोले झूलहीं, कोई बैठे झूलत । कोई खड़ी झूलत, यूं सुख पावे इत दरखत ॥ बड़ी वृत 44/14 परमधाम में यह कहाँ का वर्णन वृत में किया है बताईए सुन्दरसाथ जी
Answer: ताड़वन के हिण्डोलों का