ऐ प्रकास जो पिउ का, टाले अंदर का फेर।
याही सब्द के सोर से, उड़ जासी सब अंधेर।।२१।।
रूहें आइयां खेल देखने,आए महंमद मेहेदी दे...

Question: रूहें आइयां खेल देखने,आए महंमद मेहेदी देखावन । तीनों हादी खेल देखाए के, दोऊ गिरो ले आवें वतन ।। खु.4/19 इस चौपाई में तीन हादी कौन से हैं बताईए सुन्दर साथ जी
Answer: रूहें खेल देखने के वास्ते संसार में आई हैं और श्री प्राणनाथजी और श्यामाजी खेल दिखाने के वास्ते आए हैं तीनों हादी अक्षर , श्री स्यामा जी , और श्री प्राणनाथ जी (बसरी, मलकी और हकी) रूहों को खेल दिखाकर ब्रह्मसृष्टि और ईश्वरीसृष्टि को लेकर अपने घर वापस जाएंगे।