ऐ प्रकास जो पिउ का, टाले अंदर का फेर।
याही सब्द के सोर से, उड़ जासी सब अंधेर।।२१।।
दुनी नाम सुनत नरक छूटत, इनोंपे तो असल ना...

Question: दुनी नाम सुनत नरक छूटत, इनोंपे तो असल नाम । दिल भी हकें अर्स कह्या, याकी साहेदी अल्ला कलाम ।। सि 21/84 दुनी नाम कौन सा है और असल नाम कौन सा है बताईए सुन्दरसाथ जी
Answer: दुनियां के जीव तो पारब्रह्म के लौकिक नाम 'श्री कृष्ण अनादि अक्षरातीत' सुनने से आवागमन के चक्कर छूट कर भवसागर से पार होकर अखण्ड हो जायेंगे, पर रूहों ने तो तिन पार के भी पार परमधाम में जो असल नाम " श्री जी साहेब श्यामा श्याम" है, वहां जाना है। मोमिनों के दिल को श्री राजजी का अर्श कहा है जो दिल श्री जी साहेब श्यामा श्याम से जुड़े हैं जिसकी गवाही कुरान देता है।