बीड़ी सोभित मुख में, मोरत लाल तंबोल ।
सोभा इन सूरत की, नहीं पटंतर तौल ।।
परमधाम में आठ सागर बड़ी रांग में हैं मगर...
Question: परमधाम में आठ सागर बड़ी रांग में हैं मगर जो श्री सागर ग्रन्थ के शुरू में "आठों सागर मूलमिलावे के " लिखे हैं उनके नाम बताईए सुन्दरसाथ जी
Answer: १नूर सागर मूल मिलावें की शोभा २नीर सागर रुहो की शोभा ३खीर सागर रुहो की एक दिली ४दधिसागरश्री राज श्यामा जी का सिंगार ५घृत सागर इश्क का सागर ६मधु सागर इलम का सागर ७रस सागर निसबत का सागर ८सृवरस सागर मेहर का सागर