ऐ प्रकास जो पिउ का, टाले अंदर का फेर।
याही सब्द के सोर से, उड़ जासी सब अंधेर।।२१।।
हवे पेहेलां मोहजल नी कहूं बात । यह प्रकर...

Question: हवे पेहेलां मोहजल नी कहूं बात । यह प्रकरण कहाँ पर उतरा बताईए सुन्दरसाथ जी
Answer: दीप बंदर जय राम भाई कंसारा जी के घर