ऐ प्रकास जो पिउ का, टाले अंदर का फेर।
याही सब्द के सोर से, उड़ जासी सब अंधेर।।२१।।
किस आत्म ने श्री जी के रहते दो बार तन धा...

Question: किस आत्म ने श्री जी के रहते दो बार तन धारण करके उनके चरणों में तन छोड़ा बताईए सुन्दरसाथ जी
Answer: अमलावती की आत्म ने पहले फूल बाई के तन में फिर तेज कुंवरी के तन में