ऐ प्रकास जो पिउ का, टाले अंदर का फेर।
याही सब्द के सोर से, उड़ जासी सब अंधेर।।२१।।
महामत कहे ए मोमिनों, देखो खसम प्यार। ईस...

Question: महामत कहे ए मोमिनों, देखो खसम प्यार। ईसा महंमद अंदर आए के, खोल दिए सब द्वार ।। इस चौपाई में किन चार जनों का वर्णन आ रहा है सबका बेवरा करके बताईए सुन्दरसाथ जी
Answer: श्री महामति जी यानि श्री इन्द्रावती सखी, खसम हक यानि हमारे धाम धनी जी , ईसा यानि श्री श्यामा जी, महंमद यानि रसूल साहिब अक्षर की आत्म श्री महामतिजी कहते हैं, हे सुन्दरसाथजी ! अपने धनी के प्यार को देखो कि रसूल मुहम्मद और श्री श्यामा महारानी श्री देवचन्द्रजी को मेरे अन्दर बिठाकर सब धर्मग्रन्थों के छिपे भेदों के रहस्य खोल दिए।