ऐ प्रकास जो पिउ का, टाले अंदर का फेर।
याही सब्द के सोर से, उड़ जासी सब अंधेर।।२१।।
मेहर सागर में मेहर आखिर है क्या श्री जी...

Question: मेहर सागर में मेहर आखिर है क्या श्री जी ने क्या बताया है बताईए सुन्दरसाथ जी
Answer: बात बड़ी है मेहर की, हक के दिल का प्यार