ऐ प्रकास जो पिउ का, टाले अंदर का फेर।
याही सब्द के सोर से, उड़ जासी सब अंधेर।।२१।।
साथ जी जागिए, सुन के सब्द आखिर। वाणी के...

Question: साथ जी जागिए, सुन के सब्द आखिर। वाणी के इस प्रकरण में कौन से आखिर के शब्द हैं बताईए सुन्दरसाथ जी
Answer: श्री कुलज़म सरूप साहिब की 18758 चौपाईयां ही आखिरत के वचन हैं जो हम सुन्दरसाथ के लिए श्री जी साहिब जी ने कहे हैं वाणी में भी आता है पिछले कारण वाणी कही प्रणाम जी