*आइयां कांतन वालिया*
सुनो सैयां कहे इंद्रावती, तुम आईयां उमेद कर ।
अब समझो क्यों न पुकारते, क्यों रहियां नींद पकर ।।
रंगमहल की पहली भोम से नौंवी भोम तक कितने...
Question: रंगमहल की पहली भोम से नौंवी भोम तक कितने चौड़े छज्जे शोभा ले रहे हैं बताईए सुन्दरसाथ जी
Answer: रंगमहल की पहली से आठवीं भोम तक तैंतीस हाथ के चौड़े छज्जे आये हैं नवमी भोम का सौ हाथ यानि एक मन्दिर का चौड़ा छज्जा आया है और रंगमहल की पूर्व में जो दस मन्दिर का एक हाँस आया है उनके पहली से नवमीं तक दो मन्दिर के चौड़े छज्जें कठेड़े के साथ सुशोभित हैं