*आइयां कांतन वालिया*
सुनो सैयां कहे इंद्रावती, तुम आईयां उमेद कर ।
अब समझो क्यों न पुकारते, क्यों रहियां नींद पकर ।।
ऐसा क्या कारण था कि दर्शन लीला के बाद श्...
Question: ऐसा क्या कारण था कि दर्शन लीला के बाद श्री देवचन्द्र जी भागवत सुनने नहीं गए और न ही कभी सुन्दरसाथ को भी भागवत सुनाई बताईए सुन्दरसाथ जी
Answer: श्री मद् भागवत स्वपन की बुद्धि का ज्ञान है और दर्शन लीला में नौतनपुरी में जाग्रत बुद्ध श्री देवचन्द्र जी के अन्दर आकर विराजमान हो जाती है जिससे क्षर अक्षर अक्षरातीत तक का सारा ज्ञान स्वतः ही उनको मिल जाता है जो श्री मद् भागवत में तो बिल्कुल भी नहीं है यहीं कारण था कि श्री देवचन्द्र जी दुबारा कभी भागवत सुनने न गए न सुन्दरसाथ से भागवत का आरती पूजन करवाया