ऐ प्रकास जो पिउ का, टाले अंदर का फेर।
याही सब्द के सोर से, उड़ जासी सब अंधेर।।२१।।
श्री बीतक साहिब में श्री मेहेराज ठाकुर ज...

Question: श्री बीतक साहिब में श्री मेहेराज ठाकुर जी ने कितनी बार वजारत संभाली और कब कब बताईए सुन्दरसाथ जी
Answer: श्री मेहराज ठाकुर जी ने तीन बार वजारत संभाली पहली तब जब कला जी के पास सब सुन्दरसाथ के लिए भंडारा आयोजित करने के लिए सामान इकट्ठा करते रहे दूसरी बार भाभी के ताने सहने के बाद नौतनपुरी में तीसरी बार सुन्दरसाथ पर कष्ट न आने पाये तब 1720 में