ऐ प्रकास जो पिउ का, टाले अंदर का फेर।
याही सब्द के सोर से, उड़ जासी सब अंधेर।।२१।।
धनी मना किया बेर बेर बेर तब हम मांग्या फ...

Question: धनी मना किया बेर बेर बेर तब हम मांग्या फेर फेर फेर यह प्रसंग कब और कहाँ पर किस जगह हुआ
Answer: ब्रज रास देखने के बाद जब उमेंदां पूर्ण नहीं हुई थी तब हम रूहों ने फिर से खेल की मांगनी परमधाम में मूलमिलावे में उठने के बाद की थी तब धनी ने हमको खेल में जाने से तीन बार मना किया पर हम न मानीं