*आइयां कांतन वालिया*
सुनो सैयां कहे इंद्रावती, तुम आईयां उमेद कर ।
अब समझो क्यों न पुकारते, क्यों रहियां नींद पकर ।।
श्री राज जी महाराज की मेहर को कैसे देखा...
Question: श्री राज जी महाराज की मेहर को कैसे देखा जा सकता है चौपाई बताईए सुन्दरसाथ जी
Answer: सखी री मेहेर बड़ी महबूब की, अंखड अलेखे। अतंर आँखा खोलसी, ए सुख सोई देखे।।