*आइयां कांतन वालिया*
सुनो सैयां कहे इंद्रावती, तुम आईयां उमेद कर ।
अब समझो क्यों न पुकारते, क्यों रहियां नींद पकर ।।
श्री बीतक साहिब में सातवें पोहोर में गोद...
Question: श्री बीतक साहिब में सातवें पोहोर में गोदावरी बाई जी श्री जी संग किस बाई जी के बारें में बात करती है बताईए सुन्दर साथ जी
Answer: गोदावरी बाई श्री जी साहेब जी से फूल बाई जी के बारे मे बात कर रही है और कह रही है कि राज जी इस दुख के खेल को हमने आपसे मांगा था परन्तु यहाँ इस खेल में आकर तो स्वयं आपको ही दुख उठाना पड़ा अपने सुंदरसाथ की खातिर आपको अपनी धर्म पत्नी फुलबाई तक का त्याग करना पड़ा हे धनी ये माया का खेल बहुत दुख दाई है l