*आइयां कांतन वालिया*
सुनो सैयां कहे इंद्रावती, तुम आईयां उमेद कर ।
अब समझो क्यों न पुकारते, क्यों रहियां नींद पकर ।।
यह दृश्य पुखराज पहाड़ में कहाँ पर सुशोभित...
Question: यह दृश्य पुखराज पहाड़ में कहाँ पर सुशोभित है बताईये सुन्दरसाथ जी
Answer: जहाँ आकाशी मोहलातों की एक हजार भोम की ऊँचाई आई है दरवाजे के चबूतरों के आगे से ऊपर जाने के लिए सीढ़ियों की शोभा आई है जिससे ऊपर हर भोम में जा सकते हैं