*आइयां कांतन वालिया*
सुनो सैयां कहे इंद्रावती, तुम आईयां उमेद कर ।
अब समझो क्यों न पुकारते, क्यों रहियां नींद पकर ।।
श्री मिहिरराज जी परमधाम देखना चाहते थे त...
Question: श्री मिहिरराज जी परमधाम देखना चाहते थे तो चौपाई में बताईए सुन्दरसाथ जी उन्हें अर्श के दर्शन धनी धाम ने कब कराये
Answer: पूरी पेहेचान दई अपनी कहयो महामति नाम अब मैं हुई जाहिर देखाया वतन घनी धाम