ऐ प्रकास जो पिउ का, टाले अंदर का फेर।
याही सब्द के सोर से, उड़ जासी सब अंधेर।।२१।।
सिनगार 13/27 की इस चौपाई में कानों के आध...

Question: सिनगार 13/27 की इस चौपाई में कानों के आधीन किन सागरों को बताया गया है भेद बताईए सुन्दरसाथ जी
Answer: कानों के आधीन श्री राज जी महाराज का दिल है जिसमें उनके दिल के चार सागर हुकम , ईलम , मेहर और इस्क के सागर आते हैं