*आइयां कांतन वालिया*
सुनो सैयां कहे इंद्रावती, तुम आईयां उमेद कर ।
अब समझो क्यों न पुकारते, क्यों रहियां नींद पकर ।।
जब इन दोऊ मर्दों ने, मिल साहेदी दई । तब...
Question: जब इन दोऊ मर्दों ने, मिल साहेदी दई । तब मेरे दिल अर्श में, जरा सक न रही ॥ मा. सा. 2/20 कौन से दो मर्दों ने क्या साहेदी दी और किसका दिल अर्श किया बताईए सुन्दरसाथ जी
Answer: दो मर्द - एक मुहम्मद साहब बसरी सूरत जिसमें अक्षर की आत्म और धनी का जोश था और एक सतगुरु धनी श्री देवचंद्र जी मलकी सूरत जिनमें हमारी सुभान श्री स्यामा जी की आत्म थी उन दोनो मर्दों ने साहेदियाँ देकर यानि परमधाम के बारे में बता कर श्री इंद्रावती जी के दिल को अर्श बनाया