*आइयां कांतन वालिया*
सुनो सैयां कहे इंद्रावती, तुम आईयां उमेद कर ।
अब समझो क्यों न पुकारते, क्यों रहियां नींद पकर ।।
कलश वाणी में दो कोहेड़ों का वर्णन आता है...
Question: कलश वाणी में दो कोहेड़ों का वर्णन आता है वोह कौन से हैं बताईए सुन्दरसाथ जी
Answer: एक वैराट का कोहेड़ा और दूसरा वेद का कोहेड़ा