आज की चौपाई

*आइयां कांतन वालिया*

सुनो सैयां कहे इंद्रावती, तुम आईयां उमेद कर ।
अब समझो क्यों न पुकारते, क्यों रहियां नींद पकर ।।

Quiz

View All Quiz Answer.

Shri Nijanand Samparday

श्री रंग महल की कितनी भोम में पूर्व की तरफ मुख्य द्वार के ऊपर पड़साल की शोभा आई है बताईए सुन्दरसाथ जी

by Shri Nijanand Samparday

आठ भोमों में,तीसरी से नौमी भोम तक सात और दसमी आकाशी में आठवीं पड़साल की शोभा आई है

Read Quiz →

Shri Nijanand Samparday

पश्चिम की चौगान के कितने किनारे हैं और उनके साथ आगे कौन कौन सी शोभा आई है बताईए सुन्दर साथ जी

by Shri Nijanand Samparday

पश्चिम की चौगान के पूर्व की तरफ ईशान कोने से अग्नि कोने तक 9000 मन्दिर की जगह में पहले दूब दलीचा और फिर पाँच हार बड़ों वन और इसके आगे कुंज निकुंज वन की शोभा आई है l पश्चिम की चौगान की उत्तर की तरफ ईशान कोने से वाइब कोने तक जो 4500 की जगह आई है उसके आगे बडो वन की शोभा है l पश्चिम की चौगान के पश्चिम की तरफ जवेरो की नेहरे आई हैं जिसका वाइब कोने से अग्नि कोने तक एक ही किनारा घुमावदार शोभा ले रहा है

Read Quiz →

Shri Nijanand Samparday

सिनगार 13/27 की इस चौपाई में कानों के आधीन किन सागरों को बताया गया है भेद बताईए सुन्दरसाथ जी

by Shri Nijanand Samparday

कानों के आधीन श्री राज जी महाराज का दिल है जिसमें उनके दिल के चार सागर हुकम , ईलम , मेहर और इस्क के सागर आते हैं

Read Quiz →

Shri Nijanand Samparday

श्री बीतक साहिब 14/1 की इस चौपाई के अनुसार मेहेराज जी पर तेरह वर्ष सांसारिक बोझ था ये तेरह वर्ष कब से कब तक थे बताईए सुन्दरसाथ जी

by Shri Nijanand Samparday

सम्वत् 1690 से1703 तक

Read Quiz →

Shri Nijanand Samparday

इन खेल में जो खेल हैं, सो के हेत न आवे पार। क. हि.14/2 की इस चौपाई में खेल में खेल जो चल रहे हैं वोह कौन से हैं बताईए सुन्दरसाथ जी

by Shri Nijanand Samparday

इस खेल में कई तरह के धर्म पंथ पैंडे, गादी पति,साधू सन्त, पंडित- मुल्ला, वैष्णवी श्री पात बह्मचारी कई तीर्थंकर अवतार, देव-दानव, होदी- बोदी- पादरी यह सब इस ब्रह्मांड में छल और पाखंड के कई तरह के खेल खेलते हैं

Read Quiz →