आज की चौपाई

*आइयां कांतन वालिया*

सुनो सैयां कहे इंद्रावती, तुम आईयां उमेद कर ।
अब समझो क्यों न पुकारते, क्यों रहियां नींद पकर ।।

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Shri Nijanand Samparday

इस जागनी ब्रहमांड की लीला में असराफील के जिम्में क्या काम है बताईए सुन्दरसाथ जी

by Shri Nijanand Samparday

असराफील ने दो सूर फूंकने है एक तो हरिद्वार में सारे धर्माचार्यों में श्रीजी साहिब जी जाहिर हुए और सब धर्माचार्यों का गुमान तोड़ा और फिर दूसरा सब काजियों का गुमान तोड़कर ईमाम मेंहदी जाहिर हुए यह पहला सूर असराफील ने फूंका दूसरा सूर फूंकने के लिए वोह तैयार खडा है जो विष्णु को जाकर तारतम देगा फिर ब्रह्मांड प्रलय होगा यह दो काम असराफील के जिम्में हैं

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धनी श्री देवचन्द्र जी ने श्री मिहिराज जी को किन दो रूहों के बारे में कहा था कि जब यह दोनों जाग्रत हो जाएंगी तो तब घर चलने की तैयारी होगी

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श्री साकुमार और श्री साकुंडल

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ए जो मासूक जबरूत का, कहियत है लाहूत । सो इत हुआ जाहिर, ऊपर मसनन्द मलकूत ।। श्री बीतक साहिब मंगलाचरन की यह चौ. क्या कहती है बताईए सुन्दरसाथ जी

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अक्षर ब्रह्म के प्रीतम परमधाम में रहने वाले अक्षरातीत श्री राजजी महाराज हैं। यानि कि परम धाम में जैसे रूहें अपने धनी की आशिक हैं वैसे ही अक्षर ब्रहम भी श्री राज जी महाराज का आशिक है और इस खेल में उतरने से रूहों और अक्षर ब्रह्म दोनों को श्री मुख वाणी से पता चलता है कि रूहें और अक्षर ब्रह्म दोनों तो धनी के माशूक हैं और धाम धनी ही केवल सारे परम धाम के आशिक हैं । मोमिनों (ब्रह्मसृष्टियों) के यहां आ जा...

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परमधाम की श्री यमुना जी पर पाट घाट के नीचे श्री यमुना जी में कितने थंभों पे खडा है और ऊपर कितने थंभ शोभायमान हैं बताईए सुन्दरसाथ जी

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नीचे श्री यमुना जी में 16 थंभों पर पार घाट खड़ा है और ऊपर 12 थंभो की शोभा आई है

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धनी ने इस फानी दुनिया में हम रूहों के आने से पहले दो फुरमान भेजे एक तो कुराने शरीफ के रूप में और दूसरा फुरमान कौन सा है बताईए सुन्दरसाथ जी खुलासा ग्रन्थ में इसका वर्णन आता है

by Shri Nijanand Samparday

एक कुरान के रूप में दूसरा फुरमान भागवत के रूप में है धाम धनी ने खुद आकर यह दोनों पुरानी किताबें रद करके श्री कुलजम वाणी की कुंजी से अपनी और अपने घर की पहचान करवाई खुलासा ग्रन्थ प्र 8/9,10 में इसका प्रमाण वर्णित है

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