बीड़ी सोभित मुख में, मोरत लाल तंबोल ।
सोभा इन सूरत की, नहीं पटंतर तौल ।।
View All Quiz Answer.
आदि की लीला रूहों ने मांगी यानि जो बनती मिटती है और अनादि की अक्षर ने यानि अखण्ड की लीला जो श्री राजजी श्री श्यामा जी और रूहों संग करते हैं
Read Quiz →पूर्व दिशा की ओर जहाँ से वोह अपनी दायीं ओर तिरछी नज़रों से श्री श्यामा जी को आसमानी मन्दिर में निहारते रहते हैं
Read Quiz →ज़िब्रील सबलिक ब्रह्म में असराफील केवल ब्रह्म में
Read Quiz →तीसरी भोम की पड़साल मे दो मन्दिर की बड़ी चार मेहराबे आई है एक छज्जे पर हीरे की दूसरी दस मन्दिर की दहेलान के मध्य मे दो मन्दिर की हीरे की पूर्व मे तीसरी इसी दहेलान पर पीछे यानी पश्चिम मे हीरे की और दहेलान के आगे चार मन्दिर का जो चबूतरा बना है अट्ठाईस थंभ के चौक के साथ उसके ऊपर हीरे की दो मन्दिर की मेहराब आई है
Read Quiz →हर एक मंदिर की बाहरी दिवाल में रंगमहोल की रौंस को लगते एक बडी़ मेहेराब के नीचे तीन मेहेराबें और तीन मेहराबों के नीचे नौ छोटी मेहेराब आई है और उनमें दो दरवाजों के बीच एक झरोखा आया है दो दरवाजों के और झरोखे के दायें बायें जालीद्वार सुशोभित हैं
Read Quiz →