आज की चौपाई

*आइयां कांतन वालिया*

सुनो सैयां कहे इंद्रावती, तुम आईयां उमेद कर ।
अब समझो क्यों न पुकारते, क्यों रहियां नींद पकर ।।

Quiz

View All Quiz Answer.

Shri Nijanand Samparday

बड़ा क्यामतनामा के इक्कीसवें प्रकरण की दूसरी चौपाई का भेद बताईए सुन्दरसाथ जी

by Shri Nijanand Samparday

दसवी सदी में रूहअल्लाह श्री श्यामा जी महारानी श्री देवचंद जी के तन मे प्रकट हुए, ओर ग्यारवीं सदी में श्री प्राण नाथ जी आए इन दोनो स्‍वरूपो ने मोमिनो की जमात को इक्ट्ठा किया l कुरान में जो दस ओर दो बुर्ज कहे है वह बाहरवीं शताब्दी का वर्णन है दसवी सदी के ऊपर दो बुर्ज ही दो स्वरूप है इन दो स्‍वरूपो की मोमिनो को पहचान करनी है l प्रणाम जी

Read Quiz →

Shri Nijanand Samparday

उदयपुर में दु:खी हुए सुन्दरसाथ का संदेशा लेकर कौन सुन्दरसाथ श्री जी के पास आया था बताईए सुन्दरसाथ जी

by Shri Nijanand Samparday

कृपा राम

Read Quiz →

Shri Nijanand Samparday

श्री कुलजम स्वरूप साहिब की वाणी में जिसे स्वसं वेद भी कहा गया है उसमें श्री जी ने एक अनुपम बात कही है चौपाई से बतायें सुन्दरसाथ जी

by Shri Nijanand Samparday

ते माटे तमें सुणजो साथ, एक कहूं अनुपम वात। चरचा सुणजो दिन ने रात, आपण ने त्रूठा प्राणनाथ।। रास प्रकरण दो

Read Quiz →

Shri Nijanand Samparday

बड़े क्यामतनामा की प्रकरण पांच चौपाई दो का भेद बताईए सुन्दरसाथ जी

by Shri Nijanand Samparday

कुरान के एक किस्से में मलकी महंमद श्री श्यामा जी को आसमानी मुर्ग करके कहा है जिसने ईलम के सागर में नहाकर अपने पंख फड़फड़ाये जिससे बूंदे गिरीं और उन बूंदों से भाव उन मोमिनों से है जिन्होंने हकी मुहम्मद श्री प्राणनाथ जी की पहचान उन्हीं के ज्ञान द्वारा समस्त जगत में पैगाम पहुँचा उनको जाहिर किया

Read Quiz →

Shri Nijanand Samparday

रंगमहल की दक्षिण दिशा में रंगमहल से बड़ी रांग तक क्या क्या शोभा आई है बताईए सुन्दरसाथ जी

by Shri Nijanand Samparday

रंगमहल की दक्षिण दिशा में बटपीपल की चौकी फिर हौजकौसर ताल को घेरकर कुंज निकुज की शोभा आगे चौबीस हांस का महल फिर जेवरों की नहरें आगे माणिक पहाड़ और उसकी हद में ही बड़ो बन मधु बन महावन फिर वन की नहरें और उसके आगे छोटी रांग बड़ी रांग की हवेलियों की शोभा के साथ जिमीं और सागरों की शोभा भी आई है और दक्षिण दिशा में नीर सागर की शोभा भी आई है

Read Quiz →